- कंपनी ने अपनी ‘‘दी रीवायर’’ स्ट्रैटजी का किया ऐलान
- बावल प्लांट में मैन्युफ़ैक्चरिंग हुई बंद
- गुड़गांव के सेल्स ऑफ़िस की साइज़ को करेगी कम
हार्लि-डेविडसन भारत में अपने काम को बंद करने की तैयारी में है। यह अमेरिकन क्रूज़र ब्रैंड जल्द देश में मैन्युफ़ैक्चरिंग और सेल्स के काम को बंद करने जा रही है। कंपनी ने प्रेस स्टेटमेंट के ज़रिए इस बात की पुष्टि की है।
हार्लि-डेविडसन ने कहा, कि वह ‘‘दी रीवायर’’ स्ट्रैटजी के ज़रिए अपने मॉडल्स और मार्केट को दोबारा तैयार करेगी। इस अमेरीकन क्रूज़र निर्माता की नई योजना के तहत कंपनी बावल प्लांट में मैन्युफ़ैक्चरिंग को बंद करने के अलावा गुड़गांव के सेल्स ऑफ़िस की साइज़ को कम करने जा रही है। इस अमेरीकन ब्रैंड का मानना है, कि इसे दोबारा तैयार करने में 75 यूएसडी डॉलर का ख़र्च आएगा।
कंपनी ने प्रेस स्टेटमेंट के द्वारा यह भी बताया, कि वह भारत में बिज़नेस को नए तरीक़े से शुरू करेगी और अपने ग्राहकों के लिए बेहतर विकल्प लेकर आएगी। डीलर कॉन्ट्रैक्ट के तहत ग्राहकों के लिए सेवा जारी रखेंगे। हार्लि-डेविडसन भारत में अपने ग्राहकों को भविष्य की योजनाओं से अवगत कराती रहेगी।
इस ‘‘दी रीवायर’’ स्ट्रैटजी को साल 2020 के अंत तक चलाने की योजना है। उसके बाद साल 2021 से लेकर साल 2025 तक कंपनी ‘‘दी हार्डवेयर’’ के तहत काम करने की योजना तैयार कर रही है, जिसका मक़सद हार्लि-डेविडसन ब्रैंड और प्रॉडक्ट्स को नए रूप में ढालना होगा।